देहरादून: तुलाज़ इंस्टिट्यूट ने इंटर-कॉलेज साहित्यिक महोत्सव ‘सोच और संवाद 2025’ का आयोजन किया, जिसमें विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के विद्यार्थियों ने विचार-विमर्श, वाद-विवाद और प्रदर्शन के माध्यम से अपनी प्रतिभा को प्रस्तुत किया।
नौ विश्वविद्यालयों के 62 प्रतिभागियों की भागीदारी के साथ, यह महोत्सव युवाओं के लिए एक सशक्त मंच साबित हुआ, जहाँ उन्होंने महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की, अपने विचार रखे और अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन किया।
महोत्सव में तीन मुख्य प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं – ‘तर्क युद्ध’ (वाद-विवाद प्रतियोगिता), ‘विचार संग्राम’ (समूह चर्चा) और ‘बातों की बरसात’ (ओपन माइक)।
वाद-विवाद प्रतियोगिता में दून यूनिवर्सिटी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि डीआईटी यूनिवर्सिटी उपविजेता रहा। समूह चर्चा में आईएमएस यूनिसन यूनिवर्सिटी के वरद रायज़ादा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि यूपीईएस की आनंदिता राज उपविजेता रहीं। ओपन माइक प्रतियोगिता में तुलाज़ इंस्टिट्यूट के गौतम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पहला स्थान प्राप्त किया, जबकि जिज्ञासा यूनिवर्सिटी की रिया मिश्रा दूसरे स्थान पर रहीं। इसके अतिरिक्त, दून यूनिवर्सिटी की श्रेया ध्यानी को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए ‘स्पीकर ऑफ द डे’ के खिताब से सम्मानित किया गया।
इस महोत्सव में उत्तरांचल यूनिवर्सिटी, लॉ कॉलेज देहरादून, आईएमएस यूनिसन यूनिवर्सिटी, यूपीईएस सहित कई अन्य कॉलेजों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
इस कार्यक्रम की गरिमा को बढ़ाने के लिए कई विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे, जिनमें तुलाज़ इंस्टिट्यूट के निदेशक डॉ. संदीप विजय, डीन डॉ. निशांत सक्सेना, डॉ. संजय शर्मा, रजिस्ट्रार डॉ. विजय कुमार उपाध्याय और संस्कृतिक प्रमुख इमैनुएल गेब्रियल शामिल थे।