- सभी सीएमओ को दिये निर्देश, गैप एनालिसिस कर भेजें प्रस्ताव
- कहा, चार धाम यात्रा के लिये स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को रखें दुरूस्त
- टीबी मुक्त एवं ड्रग फ्री उत्तराखंड अभियान में तेजी लाने के निर्देश
देहरादून। सूबे के अस्पतालों में आम लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जायेगी। इसके लिये सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों को अपने-अपने जनपद के चिकित्सालयों में स्वास्थ्य सुविधाओं का गैप एनालिसिस कर प्रस्ताव शासन को भेजने के निर्देश दिये गये हैं। आगामी चार धाम यात्रा के मध्यनजर यात्रा मार्गों पर पड़ने वाले सभी चिकित्सा इकाईयों में पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध कराने को कहा गया है। इसके साथ ही टीबी मुक्त उत्तराखंड एवं ड्रग फ्री उत्तराखंड को लेकर प्रदेशभर में जन जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश भी अधिकारियों को दिये गये हैं।
चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि स्वास्थ्य महानिदेशालय में आयोजित विभाग की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को सूबे के सभी चिकित्सा इकाईयों में चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टॉफ, मेडिकल उपकरण, भवन सहित सभी आवश्यक संसाधनों का गैप एनालिसिस करा कर प्रस्ताव शासन को भेजने के निर्देश दिये गये हैं ताकि समय पर सभी चिकित्सा इकाईयों को साधन सम्पन्न बनाने के साथ ही चिकित्सकों व पैरा मेडिकल स्टॉफ की तैनाती की जा सके। उन्होंने बताया कि आगामी चार धाम यात्रा के मध्यनजर यात्रा मार्गो पर पड़ने वाले चिकित्सा इकाईयों में उनकी क्षमता के अनुसार बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश मुख्य चिकित्साधिकारियों को दिये गये हैं। इसके अलावा प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत राज्य में टीबी मरीजों के चिन्हिकरण के लिये अभियान तेज करने, चिन्हित टीबी मरीजों को समुचित उपचार देने को समुदायिक भागीदारी के अंतर्गत अधिक से अधिक निःक्षय मित्र बनाने का लक्ष्य दिया गया है। डॉ. रावत ने कहा कि वर्तमान में जनपद नैनीताल, देहरादून व पिथौरागढ़ को छोड़ कर अन्य सभी जनपदों में शत प्रतिशत निःक्षय मित्र बना लिये हैं जो कि एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने अन्य तीन जनपदों को भी 15 मार्च तक निःक्षय मित्र बनाने का लक्ष्य पूरा करने को कहा है। इसी प्रकार राज्य को ड्रग फ्री बनाने के लिये अन्य रेखीय विभागों के सहयोग से शिक्षण संस्थानों, ग्राम पंचायतों, नगर निकायों व अन्य सार्वजनिक स्थलों पर जन जागरूकता अभियान चलाने निर्देश दिये गये हैं। बैठक में बाल शिशु मृत्यु दर घटाने को अधिक से अधिक संस्थागत प्रसव कराने, ब्लड डोनेशन हेतु जिला व ब्लॉक स्तर पर कैंपों का आयोजन करने के तथा शिक्षण संस्थानों में ब्ल्ड डोनेशन के लिये पंजीकरण अभियान चलाने के निर्देश भी अधिकारियों को दिये। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के प्रत्येक नागरिक को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने चाहती है इसके लिये विभाग की राज्य से लेकर ब्लॉक स्तर की इकाईयों को और अधिक सुदृढ़ व साधन सम्पन्न बनाया जा रहा है। इसी क्रम में विभाग द्वारा ब्लॉक एवं तहसील स्तर पर चिकित्सकों के रहने के लिये आवास एवं ट्रांजिट हॉस्टल बनाये जा रहे हैं। बैठक में महानिदेशक स्वास्थ्य डा. विनीता शाह, निदेशक स्वास्थ्य डॉ. भारती राणा एवं डॉ. सुनीता टम्टा सहित सभी जनपदों के मुख्य चिकित्साधिकारी एवं महानिदेशालय के अधिकारी उपस्थित रहे।