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Monday, November 25, 2024

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लखनऊ रेंजपुलिस और पीरामल फायनांस ने लॉन्च की साइबर सुरक्षा जागरूकता पहल ‘सबकी नियत साफ नहीं होती’

  • पायलट प्रोजेक्ट रायबरेली, सीतापुर, हरदोई, उन्नाव और खीरी में शुरू किया जाएगा

रायबरेली :लखनऊ रेंजपुलिसऔर पीरामल कैपिटल एंड हाउसिंग फायनांस लिमिटेड (जिसे पीरामल फायनांस कहते हैं) ने आज ‘सबकी नियत साफ नहीं होती’अभियानके लॉन्च की घोषणा की, जो नागरिकों को सुरक्षा और वित्तीयसाइबर धोखाधड़ी से बचाव के बारे में जागरूक बढ़ाने से जुड़ी संयुक्त पहल है। इस संयुक्त पहल के तहत, नुक्कड़ नाटक, सोशल मीडिया आउटरीच, संवादपरक कार्यशाला, वीडियो, बैनर, साइनेज बोर्ड और अन्य गतिविधियां शामिल होंगी।
पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू की गई यहसंयुक्त पहल,सबसे पहले, अगले 2 महीनों में लखनऊ रेंज में लागू की जाएगी, जिसमें रायबरेली, सीतापुर, हरदोई, उन्नाव और खीरी जिले शामिल होंगे। इस पहल को संबंधित जिलों के सुपरिंटेन्डेंट ऑफ पुलिस (एसपी) के सहयोग से लागू किया जाएगा।
इस पहल कोरायबरेली में, लखनऊ ज़ोन के एडिशनल डीजी,श्री पीयूष मोर्डिया, लखनऊ रेंज के आईजी, श्री तरूण गौबा औररायबरेली के एसपी, श्री आलोक प्रियदर्शीने पीरामल फायनांस के चीफ ऑपरेटिंगऑफिसर, श्री सुनीत मदानऔर पीरामल फायनांस केहेड-मार्केटिंग,श्री अरविंद अय्यरसाथअन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और पीरामल फायनांस के अधिकारियों की उपस्थिति में लॉन्च किया।
इस पहल का उद्देश्य है,उन अनुभवों और साइबर खतरों के बारे में जागरूक बनाना, जिनका लोग दैनिक स्तर पर सामना करते हैं और उन्हें सतर्क रहने और वित्तीय साइबर धोखाधड़ी का शिकार न होने के लिए शिक्षित करना। इसके अतिरिक्त, इसका उद्देश्य है, संभावित साइबर खतरों को पहचानने, निवारक उपाय करने, धोखाधड़ी वाली गतिविधियों की तुरंत रिपोर्ट करने और लोगों को खुद को तथा अपने प्रियजनों को संभावित वित्तीय नुकसान से बचाने के लिए आवश्यक जानकारी और कौशल से लैस करना।
इस पहल के लॉन्च के मौके पर,लखनऊ ज़ोन के एडिशनल डीजी,श्री पीयूष मोर्डिया ने कहा, “साइबर सुरक्षा जैसे जटिल विषय को समझना चुनौतीपूर्ण हो सकता है और हम हमेशा आम जनता के बीच उन्हें सक्रिय रूप से शिक्षित करने और जागरूकता बढ़ाने के तरीकों की तलाश में रहते हैं। मुझे उम्मीद है कि पीरामल फायनांस के साथ, यह पहल साइबर सुरक्षा के रहस्यों को उजागर करेगी, साइबर-मानसिकता पैदा करेगी और लोगों को साइबर खतरों की पहचान करने और इससे निपटने के लिए सशक्त बनाएगी। ‘सबकी नियत साफ नहीं होती’ पहल इस दिशा में एक सकारात्मक कदम है और मुझे इस पहल के शुभारंभ के मौके पर उपस्थित होने की खुशी है।’
यहां मौजूदलखनऊ रेंज के आईजी, श्री तरूण गौबा, ने कहा, “हम सब ऑनलाइन सुरक्षा – घर पर, कार्यस्थल पर और अपने लोगों के बीच– के लिए कुछ सरल उपाय करें तो इंटरनेट का उपयोग करना, खासकर वित्तीय लेन-देन सभी के लिए अधिक सुरक्षित हो जाता है। पीरामल फायनांस की संयुक्त पहल ‘सबकी नियत साफ नहीं होती’ नागरिकों को अधिक जागरूक बनाने और वित्तीय साइबर धोखाधड़ी के खिलाफ सतर्क रहने के लिए सरल, अमल में लाने योग्य सलाह देने पर केंद्रित है।
उन्होंने कहा, आम जनता के बीच जागरूकता बढ़ाना और सार्वजनिक तथा निजी क्षेत्रों के बीच मज़बूत सहयोग को बढ़ावा देना, इंटनेट के दायरे में लोगों और उनकी वित्तीय स्थिति दोनों की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण उपाय हैं। यह पहल, एक पायलट प्रोजेक्ट है,जिसे लखनऊ रेंज के जिलों में लागू किया जा रहा है। इस पर मिली प्रतिक्रिया और फीडबैक के आधार पर, हम माननीय पुलिस महानिदेशक के समक्ष एक प्रस्तुति देंगे ताकि इस पहल को राज्य भर में आगे बढ़ाने के लिए उनकी रायली जा सके।
रायबरेली के एसपी,श्री आलोक प्रियदर्शीने कहा, “मैं लखनऊ रेंज पुलिस और पीरामल फायनांस के साथ शुरू हो रही संयुक्त पहल के शुभारंभ में भाग लेने के लिए अपने वरिष्ठ श्री मोर्डियाजी, श्री गौबाजी और पीरामल फायनांस के वरिष्ठ अधिकारियों, श्री मदानजी और श्री अय्यरजी को धन्यवाद देता हूं। मैं इस बात से सम्मानित महसूस कर रहा हूं कि रायबरेली पहला जिला है, जहां से नागरिकों के लिए इस साइबर धोखाधड़ी जागरूकता कीपहल के पायलट कार्यक्रम को शुरू किया जा रहा है।
पीरामल फायनांस के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर, सुनीत मदान ने कहा, “भारत में इंटरनेट के उपयोग में उल्लेखनीय वृद्धि के बीच, दुनिया भर में दूसरे सबसे बड़े उपयोगकर्ता आधार के साथ, हमें यह स्वीकार करना चाहिए किदेश के अर्ध-शहरी और ग्रामीण इलाकों में डिजिटल पैठ गहरी हुई है। इसलिए साइबर साक्षरता की सख्त ज़रुरत है और साइबर सुरक्षा जागरूकता बढ़ाने के लिए अभी भी बहुत कुछ करना बाकी है। हमें इस महत्वपूर्ण पहल में,उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ जुड़कर खुशी हो रही है। इस पहल का उद्देश्य है, राज्य के नागरिकों को न केवल साइबर खतरों को पहचानने में, बल्कि ऐसी घटनाओं को सक्रिय रूप से रोकने और इनसे निपटने के लिए सही रास्ते तलाशने में भी सशक्त बनाना है। यह डिजिटल रूप से सुरक्षित भारत की दिशा में सही दिशा में एक कदम है।”
पीरामल फायनांस के हेड- मार्केटिंग, श्री अरविंद अय्यर ने कहा, “साइबर धोखाधड़ी के बढ़ते खतरे से निपटने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ सहयोग कर हमें खुशी हो रही है।हमारा लक्ष्य है, डिजिटल खतरों से खुद को बचाने के लिए नागरिकों के बीच जागरूकता और ज्ञान की एक मज़बूत नींव तैयार करना। यह पहल, सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति हमारी प्रतिबद्धता और एक सुरक्षित डिजिटल माहौल को बढ़ावा देने के लक्ष्य के अनुरूप है।”

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