प्रयागराज: कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट में तीन जनवरी से वर्चुअल मोड में सुनवाई होगी। रविवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की अगुवाई में प्रशासनिक समिति की हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में लखनऊ खंडपीठ के अधिकारी भी वर्चुअली मौजूद रहे।
कहा गया कि प्रयागराज और लखनऊ दोनों ही स्थानों पर कोविड के मामले बढ़ रहे हैं। लखनऊ में कोरोना के मामले ज्यादा आ रहे हैं। प्रयागराज में भी दो दिनों से कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इस स्थिति को देखते हुए हाईकोर्ट की प्रशासनिक कमेटी ने इलाहाबाद और लखनऊ दोनों ही खंडपीठों में मामलों की वर्चुअल सुनवाई करने का निर्णय लिया। इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के नवनिर्वाचित अध्यक्ष राधाकांत ओझा ने बताया कि कि सोमवार से केवल वर्चुअल सुनवाई होगी।
एल्डर्स कमेटी के सदस्य वशिष्ठ तिवारी के मुताबिक सुनवाई की यह व्यवस्था फिलहाल 14 जनवरी तक लागू रहेगी। अगर कोरोना के मामले बढ़ते हैं तो यह व्यवस्था आगे भी बहाल रखी जा सकती है। इस दौरान बार के कुछ पदाधिकारियों की ओर से कहा गया है कि नेटवर्क या किसी कारण से वकील बहस से जुड़ नहीं पाते हैं तो उन केसों में कोई खिलाफ आदेश पारित न हो। प्रशासनिक कमेटी से यह भी अनुरोध किया गया कि वकीलों को उनके चैंबर तक जाने की छूट दी जाए।
जिन मुकदमों की सुनवाई न हो, उनको अगले दिन रखा जाए। प्रशासनिक कमेटी ने वकीलों को उनके चैंबरों तक जाने के लिए बार एसोसिएशन के अनुरोध पर विचार करने का आश्वासन दिया है। उधर हाईकोर्ट के महाधिवक्ता कार्यालय ने सभी सरकारी वकीलों को सुबह 9.30 बजे मुख्य स्थायी अधिवक्ता कार्यालय में पहुंचने का अनुरोध किया है, ताकि वे वर्चुअल बहस के लिए तैयार हो सकें। इलाहाबाद हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार की ओर से जारी सूचना में कहा गया है कि वर्चुअल सुनवाई वेबएक्स प्लेटफार्म पर होगी।