नई दिल्ली। सर्दियों की शुरुआत अच्छे मूड से होती है। इस मौसम में छुट्टियां होने के साथ क्रिसमस और नए साल जैसे त्योहार भी आते हैं। लेकिन साथ ही बढ़ता है बीमारियों का ख़तरा। खासतौर पर कोरोना के इस दौर में गला खराब होना या फिर ज़ुकाम भी चिंता पैदा कर देता है। ऐसे में सर्दी, ज़ुकाम, खांसी और बुखार जैसे इंफेक्शन्स जो मौसम बदलने पर आम होते, आज परेशान कर देते हैं। इसलिए अपनी इम्यूनिटी और स्वास्थ्य का ख्याल रखना अब और भी ज़रूरी हो गया है।
इसलिए हेल्थ एक्सपर्ट्स मौसमी सब्ज़ियां और फल खाने की सलाह देते हैं। साथ ही शरीर को गर्म रखने के लिए मेवे, अदरक, लहसुन जैसी चीज़ों का इस्तमेला की भी सलाह देते हैं। इन्हीं में से एक है शहद। शहद स्वाद में बेहतरीन होने के साथ आपके स्वास्थ्य के लिए लाभदायक भी होता है। अगर आप शहद का रोज़ाना सेवन करते हैं , तो आपका स्वास्थ्य एकदम फिट रहेगा। आइए जानें शहद को खाने के फायदों के बारे में-
डॉ. धीरज छाबड़ा बताते हैं, “सर्दियों का मौसम हमारे स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है और कई संक्रामक रोगों का कारण बन सकता है। यह कितना ही विडंबनापूर्ण लग रहा हो मेरी ओर से आता हुआ मगर गले में खराश होने पर डॉक्टर के पास दौड़ने के बजाय, इस बार अपनी रसोई की ओर मुड़ने की कोशिश करें और मदद के लिए अपनी शहद की बोतल को पकड़ें। सर्दी से जुड़ी कई समस्याओं के लिए शहद एक बेहतरीन उपाय है। यह एक प्रभावि इलाज है, जो आपके स्वास्थ्य, त्वचा और बालों के लिए बेहतरीन साबित हो सकता।”
1. शहद शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, और किसी भी इंफेक्शन से लड़ता है।
2. अगर आपको सर्दी ज़ुकाम जैसा इंफेक्शन आसानी से हो जाता है, तो आपको शहद के साथ नीम, काली मिर्च और हल्दी का भी सेवन करना चाहिए।
3. कब्ज़, पेट फूलने और गैस जैसी परेशानी में भी शहद काम आता है। शहद में मौजूद बैक्टीरिया पाचन में मदद करती है।
4. अगर आपका ब्लडप्रेशर लो रहता है, तो आपको नियमित रूप से शहद खाना चाहिए। लो ब्लडप्रेशर में आपके दिमाग में ऑक्सीजन की कम मात्रा पहुंचती है, शहद के सेवन से यह समस्या दूर हो सकती है।
5. अगर आप चीनी की जगह रोज़ शहद लेते हैं, तो कई बीमारियों से बचा जा सकता है। सफेद चीनी आपकी सेहत को कई तरह नुकसान पहुंचाती है। इसमें किसी तरह का कोई गुण नहीं होता।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।