रुद्रप्रयाग। केदारनाथ यात्रा में दो और तीर्थयात्रियों की मौत हो गई है। मौत का कारण हार्टअटैक बताया जा रहा है। चारधामों में सबसे ज्यादा मौत केदारनाथ धाम में हुई है, बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग सजग नजर नहीं आ रहा है। अब तक यात्रा के दौरान 44 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है। शुक्रवार को केदारनाथ यात्रा पर आये पटेल धानिश भाई उम्र 32 वर्ष निवासी गुजरात तथा भानू शंकर प्रसाद उम्र 71 वर्ष पटना बिहार की अचानक तबियत खराब हो गई, जिसके बाद इन्हें स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया गया। स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचने पर चिकित्सकों ने इन्हें मृत घोषित कर दिया। इनके शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेजा गया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से मौत का कारण संभवतया हार्टअटैक माना जा रहा है। केदारनाथ धाम में अब तक 44 यात्रियों की मृत्यु हो चुकी है और सबसे ज्यादा हाटअटैक से तीर्थयात्रियों की मौत हुई है। वहीं चारों धामों की यात्रा के दौरान अब तक मरने वाले तीर्थयात्रियों के आंकड़ों पर नजर डाले तो केदारनाथ में 44, बदरीनाथ में 20, यमुनोत्री में 25 और गंगोत्री में 5 की मौत हो चुकी है। कुल मिलाकर अब तक 98 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी हैं जिनमें पांच लोगों ने ऋषिकेश क्षेत्र में दम तोड़ा है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ बिन्देश शुक्ला ने बताया कि शुक्रवार को 1,675 श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार कराया गया, जिसमें 1,208 पुरुष तथा 467 महिलाएं शामिल हैं तथा अब तक ओपीडी के माध्यम से 40,351 श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार किया गया है, जबकि 91 यात्रियों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराया गया। उन्होंने बताया कि यात्रा के दौरान अब तक 935 यात्रियों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराया गया है। साथ ही उन्होंने बताया कि केदारनाथ धाम में दर्शन करने आ रहे श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य खराब होने पर तत्परता से स्वास्थ्य परीक्षण करते हुए उपचार किया जा रहा है। जिसके लिए यात्रा मार्ग से लेकर केदारनाथ धाम तक डॉक्टरों की तैनाती की गई है। वहीं डीएम मयूर दीक्षित ने कहा कि केदारनाथ यात्रा में तीर्थयात्री गर्म कपड़े लेकर नहीं आ रहे है, जिससे उन्हें गर्म कपड़े सस्ते दामों पर उपलब्ध कराये जा रहे हैं। साथ ही उन्हें सलाह दी जा रही है कि वे पूरी तैयारी के साथ केदारनाथ यात्रा पर आएं।