ग्रेटर नोएडा में शुक्रवार को नाइट कर्फ्यू के दौरान बंद हो चुके रेस्टोरेंट को खुलवाने के लिए विवाद हो गया। कहासुनी के बाद दो लोगों ने रेस्टोरेंट संचालक की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।
हापुड़ धौलाना के पारपा गांव कर रहने वाला कपिल राणा ग्रेटर नोएडा की आनंद आश्रय सोसाइटी में रहता था। वह अंसल गोल्फ लिंक सोसाइटी के पास ओमैक्स आर्केड कॉम्पलेक्स में रेस्टोरेंट चलाता था। डीसीपी अमित कुमार ने बताया कि शुक्रवार देर रात साढ़े तीन बजे दो युवक उसके रेस्टोरेंट पर पहुंचे और पराठे बनाने के लिए कहा, लेकिन उसने नाइट कर्फ्यू में रेस्टोरेंट बंद होने की बात कही। इस पर आरोपियों का उससे झगड़ा हो गया। इसके बाद आरोपियों ने रेस्टोरेंट में घुसकर पिस्टल से कपिल को गोली मार दी। घायल हालत में कपिल को अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
कोल्ड ड्रिंक मिली तो खाना मांगा : पुलिस की छानबीन में पता चला है कि दोनों आरोपी देर रात रेस्टोरेंट पहुंचे और रेस्टोरेंट संचालक कपिल से जबरन दरवाजा खुलवाया और सिगरेट और कोल्ड ड्रिंक मांगी। दोनों सामान मिलने पर आरोपियों ने पराठे बनाने के लिए कहा। उसने रेस्टोरेंट बंद होने की बात कहकर मना कर दिया। इसके बाद आरोपी वहां से चले गए थे, लेकिन कुछ देर बाद वह फिर आए आए और दरवाजा खोलकर अंदर घुसे और कपिल को गोली मारकर फरार हो गए।
कर्मचारियों ने आरोपी को पहचाना : रेस्टोरेंट में मौजूद कर्मचारियों ने एक आरोपी आकाश को पहचान लिया था। आकाश पूर्व में रेस्टोरेंट के पास बनी एक दुकान में नौकरी करता था और वह रेस्टोरेंट में खाना लेने आता रहता था, जबकि दूसरा आरोपी योगी विदेशी नागरिक की गाड़ी का चालक है। योगी पूर्व में अवैध शराब की सप्लाई करने के आरोप में भी पकड़ा जा चुका है।
पिस्टल बरामद : डीसीपी ने बताया कि दो आरोपी आकाश उर्फ अक्कू व योगेंद्र उर्फ योगी निवासी अख्तियारपुर अगौता बुलंदशहर को गिरफ्तार किया गया है। घटना में इस्तेमाल पिस्टल भी बरामद की है।
पहले भी रेस्टोरेंट संचालक की जान गई : ग्रेनो के मित्रा सोसाइटी में ऑनलाइन फूड डिलीवरी करने वाले रेस्टोरेंट संचालक सुनील सिंघल की चार महीने पहले नाइट कर्फ्यू में देर रात गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
पुलिसिंग पर सवाल उठे
नए साल की पूर्व संध्या पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस जगह-जगह अभियान चला रही थी। कोविड-19 का संक्रमण बढ़ने के चलते रात 11 बजे से सुबह पांच बजे तक नाइट कर्फ्यू लागू है। इसका सख्ती से पालन कराने की जिम्मेदारी पुलिस की है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आरोपी रात में हथियार लेकर कैसे घूम रहे थे। रेस्टोरेंट पहुंचने तक वे किसी चेकिंग में पकड़े क्यों नहीं गए?